72. गुरुजी के दाहिनी हथेली में जब एक दीप्तिमान ठोस ‘चक्र’ पहली बार देखा।
गुरु पूर्णिमा के दिन चल रहे थे, एक दिन देर शाम की बात है स्थान लोगों की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था। लोगों की संख्या सैंकड़ों में नहीं, हज़ारों…
गुरु पूर्णिमा के दिन चल रहे थे, एक दिन देर शाम की बात है स्थान लोगों की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था। लोगों की संख्या सैंकड़ों में नहीं, हज़ारों…
महाराज-किशन गुरुजी के प्रिय शिष्यों में से एक हैं। गुरुजी अक्सर उन्हें “रामाकृष्णा” के नाम से ही बुलाते थे। महाराज-किशन, गुरुजी के पास उनके कमरे में थे कि अचानक गुरूजी…
नई दिल्ली के मायापुरी इलाके में मेरी एक स्टेनलेस स्टील के सिंक बनाने की फैक्ट्री है। यह उस समय की बात है, जब हम सिंक के लिये, टब (Tub) तथा…
महा-शिवरात्रि का शुभ अवसर था और सभी शिष्य गुड़गाँव स्थान पर थे। हमेशा की तरह, असंख्य लोग देश-विदेश से इस अवसर पर गुड़गाँव आये हुए थे तथा स्थान के सभी…
एफ. सी. शर्मा जी, गुरुजी के प्रारम्भिक शिष्यों में से एक हैं और आज भी उन्हीं के साथ जुड़े हुए हैं। उनकी धर्मपत्नी भी धार्मिक विचारों वाली हैं। वे अपना…
गुरूजी का जन्म स्थान, पंजाब के होशियारपुर जिले के हरियाना गाँव में है। गुरुजी अपने कुछ शिष्य, जिनमें सीताराम जी, सनेत के सुरेश जी, आर. पी. शर्मा जी तथा मैं,…
उत्तर प्रदेश के रहने वाले दूबे जी को, राजस्थान में स्थित अपनी जायदाद की कुछ समस्या थी। जो उसने वहाँ एक बैंक को किराये पर दे रखी थी। दूबे जी…
मैं यहाँ आपकी जानकारी के लिये कुछ लिख रहा हूँ, जो एक अलग तरह के ज्ञान पर आधारित है। अतः इस पर गम्भीरता पूर्वक विचार करें। इसे समझने के लिये…
गुरुजी के आशीर्वाद से जब मैंने, उनके साथ व्यापारिक विदेश-यात्रा (Business Trip) के लिये अमेरिका जाने का प्रोग्राम बनाया, तो गुरूजी ने अपनी स्वीकृति दे दी। इस बात से मैं…
गुरुजी के पास, एक स्कूटर था। जिसे वे अक्सर अपने ऑफिस जाने के लिए प्रयोग करते थे। एक बार गुरुजी वही स्कूटर चला रहे थे और उनके पीछे उनके शिष्य…