202. अपने गुरु के होते हुए तू दाता बन रहा है…? हाथ नीचे कर और गाड़ी चला।
यह घटना गुरुजी के रुप और उनके असीम ज्ञान का विवरण है। ऐसा उदहारण शायद ही कहीं और मिले। हर एक गुरु अपने शिष्य को ज्ञान देते हैं लेकिन इस…
यह घटना गुरुजी के रुप और उनके असीम ज्ञान का विवरण है। ऐसा उदहारण शायद ही कहीं और मिले। हर एक गुरु अपने शिष्य को ज्ञान देते हैं लेकिन इस…
बड़ा वीरवार था, हमारे जीवन का एक बहुमूल्य दिवस… हर महीने की तरह, मैं सुबह-सुबह गुडगाँव पहुंचा और गुरुजी के चरण-कमल छुए। मगर आशीर्वाद के बदले गालियाँ सुनने को मिली।…
पप्पू-बिट्टू-गग्गु और निक्कू, यह चार लोग ऐसे थे जो गुरुजी की व्यक्तिगत सेवा में संलग्न रहते थे। लोगों से मिलकर जब गुरुजी अपने कमरे में आते तो ये उन्हें चाय…
प्रत्येक बड़ा गुरुवार की सुबह पूज्य माताजी द्वारा ‘ज्योत’ प्रज्ज्वलित करने के साथ शुरू होती है। तत्पश्चात “मीठी फुलियां” का प्रसाद चढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण कार्य स्थान पर शुरू होता…
गुरुजी ने गुड़गाँव के सैक्टर 10-A के स्थान का निर्माण कार्य वर्ष 1986-87 में शुरु कर दिया था। एक दिन जब निर्माण कार्य चल रहा था, माताजी, चारू, रेनू, योगेश…
दिल्ली निवासी तिवारी, अस्सी के दशक से गुरुजी की भक्ति में संलग्न है। औरों की तरह वह भी बड़े गुरुवार की प्रतीक्षा करता तथा लाईन में खड़ा होकर उनके दर्शन…
यह बात करीब 1987 की है जब बिटू गुरुजी के कमरे में आया तो वह परेशान लग रहा था। हालाँकि गुरुजी सबकुछ जानते थे लेकिन फिर भी सरलता से उसकी…
जेवरों का व्यापारी गोपाल किसी दूसरे शहर में नुमाईश के अभिप्राय से न्यूयार्क से रवाना हुआ। नुमाईश हेतु बहुत सारे जेवर एक बड़े से कंधे वाले बैग में भर कर…
2 मार्च 2010, सैक्टर-7, गुड़गाँव….. माताजी अपने कमरे में बैठी हुई थी। मैं उनके दर्शन पाकर धन्य हो रहा था। उनकी उपस्थिति मात्र से मैं परम आनन्दित हो रहा था।…
भानू ने बताया, वो मेरा 9वाँ जन्मदिन था और उसे मनाने के लिए हम गुरुजी के पास गुडगाँव जा रहे थे। यह परिवार के किसी भी सदस्य के जन्मदिन के…