8. जब गुरुजी ने मुझे, गुड़गाँव स्थान पर आध्यात्मिक सेवा करने का आदेश दिया

मैंने गुड़गाँव गुरूजी के चरणों में लगातार जाना शुरु कर दिया था। गुरुजी के पास रोजाना हर तरह के लोग आते थे। उनमें हर उम्र के स्त्री, पुरूष व बच्चे…

7. जब गुरुजी ने मुझे महा-मृत्युन्जय मंत्र का जाप करने से मना कर दिया

एक बार मैं, अपने दारियागंज स्थित शोरुम में बैठा था कि गुरुजी आये और उन्होंने मुझसे पूछा – ”बेटा, तुम्हारा महा मृत्युन्जय मंत्र का जाप… कैसा चल रहा है?” मैंने…

6. मेरा गुरुजी के पास, सुन्दर नगर (हिमाचल) जाना।

”सुन्दर नगर” हिमाचल प्रदेश का एक पहाड़ी इलाका है। वहाँ गुरुजी अपने विभाग की ओर से भूमि निरीक्षण हेतु ऑफिश्यिल टूअर पर गये थे। यह सोच कर कि गुरुजी के…

5. गुरूजी का सादा जीवन

गुरुजी, आम लोगों के बीच अक्सर बड़ी सादी ड्रेस जैसे लुंगी और कमीज और/या पैन्ट-कमीज में ही रहते थे। अस्सी के दशक में, गुरुजी के अनुयाईओं की संख्या तेजी से…

4. शिवपुरी स्थान पर जब गुरुजी ने, मेरी बेटी के दाँत पुनः चार साल के अन्तराल के बाद, दुबारा उगाये।

सत्तर के दशक की बात है, जब चार साल की मेरी छोटी बेटी ने खेलते हुए अपने आपको घायल कर लिया। वह गिर गई थी और उसके ऊपर कोई भारी…

3. पहली बार मैंने जब, किसी को ठीक किया।

रविवार का दिन था, मैं हमेशा की तरह सुबह पंजाबी बाग कल्ब से टेनिस खेलकर घर लौट रहा था। अचानक मेरे दिमाग में ख्याल आया कि क्यों न मैं घर…

2. गुरुजी के पास छुट्टियों में जाना।

गुड़गाँव गुरुजी के पास पहले मैंने रविवार और छुट्टी के दिन ही जाना शुरु किया। जब मैं उनके पास जाता तो देखता कि वहाँ बहुत से लोग तरह-तरह की बीमारियों…

1. गुरूजी से मेरी प्रथम भेट, मेरे जीवन का पहला दिन ।

सत्तर के दशक की बात है, एक दिन सुबह-सुबह श्रीमति शीला चौधरी, जो मेरे ससुराल के पड़ोस में रहती थी, आयी और कहने लगी। ”मेरे गुरुजी के हाथ में ॐ…