18. जब गुरुजी पहली बार पंजाबी बाग पधारे ।

एक दिन शाम की बात है, कि अचानक मैं अचम्भित रह गया, जब मैंने देखा कि गुरुजी पंजाबी बाग हमारे घर आये हैं। हमारे लिए तो ये ब्रह्माण्ड की सबसे…

17. जब गुरुजी को हवाई-अड्डे पर लेने गया

मैं अपने दरियागंज स्थित शोरुम में बैठा था कि अचानक मुझे श्री आर. पी. शर्मा जी (जो गुरुजी के प्रिय शिष्यों में से एक हैं) का फोन आया कि आपके…

16. एक लड़की काँच की चूड़ियों की उल्टी कर रही थी।

एक बार सुबह-सुबह, एक लगभग सत्तरह वर्षीया लड़की, जिसका नाम कमलेश है और वह मुज्जफर नगर, उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी, अपने माता-पिता के साथ गुडगाँव, गुरुजी के पास…

15. रेनुकाजी— लोगों का सैलाब।

अगले रविवार जब सुबह हम पहुंचे, तो देखकर चकित रह गये कि करीब 15 लोग लाईन लगा कर हमारा इन्तजार कर रहे थे। नाश्ते के बाद, उसी तरह गुरुजी ने…

14. रेनुकाजी— गुरुजी ने अपने शिष्यों को सेवा के लिए बुलाया

एक बार गुरुजी, अपने सहयोगियों के साथ, भूमि सर्वेक्षण के लिए रेनुका जी गये। वहाँ उन्होंने एक पुराना सा घर जिसमें दो कमरे थे, किराये पर लिया। कमरों के बाहर…

13. जब मेरा अपनी फैक्ट्री में एक्सीडेन्ट हुआ ।

एक दिन सुबह-सुबह की बात है, मैं अपनी फैक्ट्री में एक रोलिंग मिल के फ्लाईव्हील (Fly Wheel) को शॉफ्ट पर लगा रहा था। इस पहिये (Wheel) का वज़न टनों में…

12. सीताराम जी की मुम्बई हवाई यात्रा।

सीताराम जी, गुरुजी के शुरु के पहले शिष्यों में से एक थे। जो अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक में एक उच्च पद पर कार्यरत थे। उनका अपना एक अलग ऑफिस था और…

11. जब केदारनाथ जी की यात्रा से वापिस आते हुए फीएट कार के बेक फेल हो गये।

गुरुजी हमें समय-समय पर अक्सर तीर्थ यात्राओं पर लेकर जाते रहते थे। कई बार हमें, अपने परिवार को भी साथ ले जाने की आज्ञा मिल जाती थी। इस बार वे…

10. जब मैंने ट्रेन में बिना आरक्षित टिकट के, गुरूजी के साथ, मुम्बई यात्रा की।

हमेशा की तरह, मैं अपने दरियागंज स्थित शोरुम में बैठा था कि फोन की घन्टी बजी, मैंने फोन उठाया, उधर से गुरुजी की आवाज आई—- ”मैं ईस्ट पटेल नगर अन्जू…

9. जब हिमाचल प्रदेश की पहाडियों से, वापिस आते हुए गुरुजी ने अपनी, ऑफिस की जीप को, न्यूट्रल गियर में रखा।

जब गुरुजी अपने ऑफिश्यिल टूअर पर जाते, तो वहाँ अपने शिष्यों में से किसी शिष्य, जैसे सीताराम जी, आर. पी. शर्मा जी, एफ. सी. शर्मा जी, सनेत के सुरेश जी…