28. एक छोटी लड़की, जिसको दौरे पड़ते थे। गुरुजी ने ठीक किया
गुड़गाँव स्थान पर, ‘बड़े वीरवार’ की सेवा चल रही थी। वहाँ एक छोटी सी लड़की, जिसका नाम पम्मी था और उसकी उम्र लगभग छः या सात साल की होगी, अपने…
गुड़गाँव स्थान पर, ‘बड़े वीरवार’ की सेवा चल रही थी। वहाँ एक छोटी सी लड़की, जिसका नाम पम्मी था और उसकी उम्र लगभग छः या सात साल की होगी, अपने…
”गुरुजी, मेरी बेटी मुक्ता की शादी में केवल 10-11 दिन ही शेष बचे हैं मैं क्या करुंगा…?” ”शादी के लिए सामान खरीदना है सारे इन्तजाम करने है और मेरी पेमेन्टस…
महागुरुजी के एक शिष्य की चार बेटियाँ हैं और सभी का गुरुजी में, दृढ़ विश्वास है। उस शिष्य की बड़ी बेटी, एक बार बहुत अधिक बीमार पड़ गई। आम तौर…
एक रात गुड़गाँव स्थान पर, गुरुजी अपने शिष्यों के साथ बैठे हुए थे कि अचानक उन्होंने बिटू को कहा कि वह जाकर माँ से कहे कि सब शिष्यों के लिए…
गुरुजी मुझे अपने साथ लंदन ले गये। मैं अपने गुरुजी के साथ और वह भी विदेश की धरती पर था। सम्पूर्ण वातावरण जैसे आनन्दमय था। गुरुजी के, एक मिनट के…
कुछ दिन बाद गुरुजी, दुबारा मुम्बई गये और यश सेठी के इलाज को आगे बढ़ाया। इस बार वे अपने साथ आर. पी. शर्मा जी व कुछ दूसरे शिष्यों को भी…
गुरूजी को अपने ऑफिस द्वारा दिये, भूमि-सर्वेक्षण के कार्य हेतु, दूर-दूर ऑफिशियल दौरों पर जाना पड़ता था। इस बार दौरा नागपुर का था। वे हमेशा, अपने ऑफिस का कार्य दिन…
एक बार गुरुजी बड़े गम्भीर मूड में मुझसे बोले— ”पंजाबी बाग में एक स्थान बनवाओ और मैं स्वम् आकर उसकी स्थापना करूंगा। मैंने तुम्हें, बहुत सी आध्यात्मिक शक्तियाँ दी हैं,…
एक बार की बात है कि गुरुजी, माताजी के साथ अपने कमरे में बैठे थे। कोई व्यक्ति आया और उनसे अपने भाई, जो तेज पेट-दर्द से कराह रहा था, उसको…
सत्तर के दशक की बात है, जब गुरूजी ने मुझे, अपना शिष्य बनाया था। उस समय गुड़गाँव की शिवपुरी कालोनी में, किराये के मकान में, अक्सर 7:30 – 8:00 बजे…