126. गुरु जी दुअर पर गये थे और माताजी कमरों में ताले लगाकर बच्चों के साथ छत पर सोने चली गई थी।
हमेशा की तरह गुरुजी अपने ऑफिश्यिल टुअर पर बाहर गये हुए थे। रात हुई और सभी कमरों के ताले लगाकर माताजी बच्चों को लेकर स्थान की छत पर सोने चली…
हमेशा की तरह गुरुजी अपने ऑफिश्यिल टुअर पर बाहर गये हुए थे। रात हुई और सभी कमरों के ताले लगाकर माताजी बच्चों को लेकर स्थान की छत पर सोने चली…
गुरुजी मुम्बई में थे और सेवा जोर-शोर से चल रही थी। ‘वीरजी’ के मुम्बई, खार स्थित घर में लोगों की भीड़ उमड़ी चली आ रही थी और उनका घर एक…
दुबारा, एक बार फिर मुम्बई में.., शाम को सेवा शुरु हुई। दिन में गुरूजी अपने शिष्यों को साथ लेकर कुछ परिवारों के घर गये थे क्योंकि उनके घरों में उनकी…
एक बार गुरुजी संतलाल जी को लेकर मनीकरण गये। मनीकरण हिमाचल प्रदेश का एक पवित्र तीर्थ स्थल है। यहाँ पार्वती नदी, अपने अत्याधिक ठण्डे पानी के साथ बहती है और…
गुरुजी ने अपना अमेरिका और यूरोप का टुअर, श्री आर. पी. शर्मा, डी. एस. जैन, बक्शी बतरा, देवेन्द्र जैन तथा कई अन्य शिष्यों के साथ पूर्ण किया। एयरपोर्ट की बात…
गुरूजी अपने कुछ शिष्यों के साथ, ईस्ट पटेल नगर की सड़क के किनारे खड़े होकर उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान दे रहे थे। वह रात का समय था। मेरे ‘सुपर मॉस्टर’ गुरूजी…
सन् 2005 की बात है। मैं पंजाबी बाग स्थान पर बैठा, सेवा कर रहा था। एक दम्पति अपने दो व्यस्क बेटों को लेकर मेरे पास आये। उन्होंने मुझसे उन्हें आशीर्वाद…
सन् 1990 की बात है। गुरुजी ने एक अद्भुत रचना रची। अरुण कुमार की कीर्तिनगर में फर्नीचर की फैक्ट्री है। वह पंजाबी बाग में बैठा, स्थान की बैठक और सोने…
सैन-फ्रांसिसको एअरपोर्ट पर गुरुजी तथा माताजी के साथ संतलाल जी, बतरा बक्शी, मैं तथा कुछ अन्य गुरुशिष्य थे। हमें लॉस-ऐंजलिस के लिये फ्लाईट लेनी थी। संयोगवश मैं वहाँ रखे हुए…
मेरी जिन्दगी का यह एक बहुत बड़ा चमत्कार था जो 101% मेरी समझ से परे था। वास्तव में हमारे धर्मग्रन्थ, जैसे ‘शिवपुराण’ का अध्ययन करें तो उसमें इस तरह का…