लेखक की कलम से
अविश्वस्नीय झलकियाँ – भाग-1, आकांक्षी गुरुभक्तों के लिए, आध्यात्म और गुरुभक्ति का एक सम्पूर्ण भोजन है। गुरूजी की असीम कृपा और समय-समय पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन से, गुरू ज्ञान के इच्छुक…
अविश्वस्नीय झलकियाँ – भाग-1, आकांक्षी गुरुभक्तों के लिए, आध्यात्म और गुरुभक्ति का एक सम्पूर्ण भोजन है। गुरूजी की असीम कृपा और समय-समय पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन से, गुरू ज्ञान के इच्छुक…
एक बार की बात है, गुरूजी अपने गोल मार्किट वाले क्वॉटर के बाहर खड़े थे कि अचानक कुछ लोग आये और गुरुजी से, अपने किसी व्यक्ति के बारे में बताने…
एक दिन सुबह-सुबह का समय था और हमेशा की तरह मैं, अपन शोरुम में बैठा था कि मेरा एक चपरासी दौड़ता हुआ आया और मुझसे कहने लगा कि बाहर एक…
एक दिन की बात है, देर शाम को गुरुजी, पंजाबी बाग आये और हमेशा की तरह लोग उनके दर्शन के लिए आना शुरु हो गये। तभी मेरी पत्नी गुलशन की…
अपने शयनकक्ष में मैं सो रहा था। मैंने स्वप्न में अपने छोटे भाई को देखा, जो मुझसे कह रहा था—- ”उठो हमारे बड़े भाई, सत्यपाल की मृत्यु हो गई है।”…
एक परिवार लगभग चालिस वर्षीय एक अद्भुत मरीज़ को गुरुजी के पास लेकर आया, जिसने पिछले चार-पाँच महीने से कुछ भी नहीं खाया था। वह बिलकुल एक कंकाल की तरह…
एक बार गुरुजी के पहले शिष्यों में से एक, श्री एफ. सी. शर्मा जी, जो गुरुजी के विभाग में ही काम करते थे, आये और गुरुजी को अपनी परेशानी का…
कुछ ऐसे लोग, जो मेरे अपने सोशल सर्कल में भी आते हैं, उन्हें भी पता लगा कि गुरुजी ने मुझे कुछ आध्यात्मिक शक्तियाँ दी हैं और मैं अपने घर पर…
जैसा कि गुरुजी ने मुझे आदेश दिया था, मैं प्रत्येक शनिवार के दिन सुबह-सुबह अपने घर पंजाबी बाग में लोगों की सेवा के लिए बैठ जाता था। बहुत से लोग…
गुरुजी द्वारा कुछ विशेष निधारित नियम हैं, जो हम सब के लिए आध्यामिक उपलब्धि और शान्तिपूर्ण अच्छी जिन्दगी जीने के लिए मानना जरुरी है। जिसमें से एक नियम वीरवार के…