61. जब गायत्री श्रीवास्तव ने गुरुजी के दर्शन करने की जिद्द की।
श्रीवास्तव जी, गुरूजी के शिष्य हैं और ‘लखनऊ’ में सेवा करते हैं। निजी जीवन में उनका प्रकाशन का कारोबार है और वह वहाँ से ‘उत्थान की दिशा’ नामक एक आध्यात्मिक…
श्रीवास्तव जी, गुरूजी के शिष्य हैं और ‘लखनऊ’ में सेवा करते हैं। निजी जीवन में उनका प्रकाशन का कारोबार है और वह वहाँ से ‘उत्थान की दिशा’ नामक एक आध्यात्मिक…
कृष्णा नामक नवयुवती, पंडित रामकुमार की भांजी को बार-बार दौरे पड़ते थे। दौरों के दौरान वह अक्रामक (Violent Behaviour) हो जाती थी। उसका परिवार उसके इस व्यवहार से बहुत परेशान…
शुरु-शुरु के दिनों में लोग इन्हें, गुरुजी की तरह नहीं जानते थे। वे भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर में एक भू-वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत थे। गुरुजी अपने दफ़्तर…
एक बार गुरुजी, अपने शिष्यों के साथ हरिद्वार गये और उनके साथ उनके अन्य शिष्यों के अलावा, जालन्धर वाले मामाजी और नदौन के संतोष भी थे। एक रात वहाँ पर…
एक बार मुझे व्यापार प्रदर्शनी (Trade Exhibition) में भाग लेने के लिए, शिकागो (अमेरिका) जाना पड़ा। मैंने सोचा कि कितना अच्छा हो यदि गुरूजी भी अमेरिका चलें और मेरी व्यवसायिक…
मेरी पत्नी गुलशन, चाँदनी चौक बाज़ार घर के लिये कुछ खरीदारी करने गई। खरीदारी करते समय उसने वहाँ कुछ लुंगियाँ देखीं और उसमें से दो लुंगियाँ गुरुजी के लिये खरीद…
सुरेन्द्र तनेजा, गुरुजी के मुख्य शिष्यों में से एक हैं जो कर्मयोगी है और अपने स्टोन क्रशर उघोग में कार्यरत हैं जब कभी उनके स्टोन क्रशर में कोई बाधा आती…
एक बार गुड़गाँव स्थान पर एक महिला को उसके चार बेटे अपने कंधों पर उठा कर लाये। वह बहुत बीमार थी। अगर उसको एक भी झटका लग जाता तो वह…
बेलीराम तक्खी, गुरुजी के एक शिष्य थे। वे अपनी बड़ी लड़की की शादी के लिए बहुत परेशान थे तथा अब उन्होंने अपना धैर्य भी खो दिया था। उनकी लड़की अपने…
कुछ लोग, जिनमें श्री आर. पी. शर्मा, श्री मारवाह भी थे, कार से गुरुजी के दर्शन करने के लिए शिमला आये थे, आशीर्वाद देने के बाद गुरुजी ने उन्हें दिल्ली…