171. जब एक संत, साधू के वेश में मुझे मेरे घर के गेट पर मिला और रोका जब मैं ऑफिस जाने के लिए निकलने ही वाला था।

अपने नियमित कार्यक्रम के अनुसार, मैं अपने शोरुम जाने के लिए अपनी गाड़ी में बैठा और जाने के लिए निकलने ही वाला था कि मुझे किसी संत ने, जो साधू…