169. गुरूजी का मेरी फरीदाबाद वाली बहन के प्रति इतना सुकोमल हृदय।

मेरी बहन दमन प्रकाश, जो फरीदाबाद में रहती हैं अपनी टाँग में होने वाली तीव्र दर्द से परेशान थीं। सौभाग्यवश, एक बड़े वीरवार के दिन वह गुडगाँव पहुंच गयी और…