69. जब मैंने गुरुजी का चेहरा दुगने बड़े आकार में देखा।

महा-शिवरात्रि का शुभ अवसर था और सभी शिष्य गुड़गाँव स्थान पर थे। हमेशा की तरह, असंख्य लोग देश-विदेश से इस अवसर पर गुड़गाँव आये हुए थे तथा स्थान के सभी…

68. जब चन्दरभान की पत्नी को _एक पुत्र का आशीर्वाद दिया।

एफ. सी. शर्मा जी, गुरुजी के प्रारम्भिक शिष्यों में से एक हैं और आज भी उन्हीं के साथ जुड़े हुए हैं। उनकी धर्मपत्नी भी धार्मिक विचारों वाली हैं। वे अपना…

67. जब गुरुजी अपना शरीर छोड़ गये और दुबारा उसमें वापिस लौटे।

गुरूजी का जन्म स्थान, पंजाब के होशियारपुर जिले के हरियाना गाँव में है। गुरुजी अपने कुछ शिष्य, जिनमें सीताराम जी, सनेत के सुरेश जी, आर. पी. शर्मा जी तथा मैं,…

66. जब दूबे जी की बिल्डिंग गुरूजी के आशीर्वाद से खाली हो गई।

उत्तर प्रदेश के रहने वाले दूबे जी को, राजस्थान में स्थित अपनी जायदाद की कुछ समस्या थी। जो उसने वहाँ एक बैंक को किराये पर दे रखी थी। दूबे जी…

65. जब गुरुजी एक ही समय में चार जगह उपस्थित थे।

मैं यहाँ आपकी जानकारी के लिये कुछ लिख रहा हूँ, जो एक अलग तरह के ज्ञान पर आधारित है। अतः इस पर गम्भीरता पूर्वक विचार करें। इसे समझने के लिये…

64. जब मैंने और गुरूजी ने एक साथ अमेरिका जाने का प्रोग्राम बनाया।

गुरुजी के आशीर्वाद से जब मैंने, उनके साथ व्यापारिक विदेश-यात्रा (Business Trip) के लिये अमेरिका जाने का प्रोग्राम बनाया, तो गुरूजी ने अपनी स्वीकृति दे दी। इस बात से मैं…